बरेली संदेश महल समाचार
“आई लव मोहम्मद” विवाद के बाद भड़की हिंसा में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ प्रशासन लगातार सख्त कार्रवाई कर रहा है। आईएमसी अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा के साथ अब उनके करीबी भी पुलिस और प्रशासन की रडार पर हैं।
जानकारी के अनुसार, प्रशासन ने हिंसा में शामिल सात उपद्रवियों की पहचान कर उनके ऊपर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। इनकी गिरफ्तारी के लिए एसआईटी के साथ पांच अतिरिक्त टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
इसी बीच, बिजली विभाग ने भी मौलाना तौकीर रजा के कुछ समर्थकों पर शिकंजा कसा है। बरेली के बानखाना क्षेत्र स्थित रज़ा चौक में बिजली चोरी पकड़े जाने के बाद मुख्य अभियंता ने पांच बड़े बकायेदारों के खिलाफ आरसी जारी की है। बताया जा रहा है कि ये सभी लोग तौकीर रजा के करीबी हैं।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई हिंसा भड़काने और अवैध गतिविधियों में लिप्त तत्वों पर लगाम कसने के उद्देश्य से की जा रही है। प्रशासन का स्पष्ट कहना है कि “शहर की शांति व्यवस्था बिगाड़ने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”
गौरतलब है कि 26 सितंबर को बरेली में “आई लव मोहम्मद” विवाद को लेकर उपद्रवियों ने जमकर फायरिंग और पथराव किया था। इस घटना के बाद शहर के पांच थानों में दस मुकदमे दर्ज किए गए थे। जांच के दौरान पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा सहित कुल 89 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 83 को जेल भेजा गया, जबकि छह को शांतिभंग की धाराओं में चालान किया गया है।
डीआईजी बरेली जोन अजय साहनी ने बताया कि हिंसा में शामिल सभी आरोपियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द सुनिश्चित की जाएगी।
प्रशासन का रुख साफ है—जो लोग शहर की अमन-चैन को भड़काने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ न सिर्फ पुलिस कार्रवाई होगी बल्कि उनकी आर्थिक गतिविधियों पर भी सख्त निगरानी रखी जाएगी।