प्रस्तुतकर्ता – संदेश महल वासना है तुम्हारी नजर ही में तो मैं क्या क्या ढकूं, तू…
Category: लम्हों की डायरी
लफ़्ज़ों में बेरुख़ी दिल में मलाल रहने दो
प्रस्तुतकर्ता – संदेश महल लफ़्ज़ों में बेरुख़ी दिल में मलाल रहने दो हमसे मुत्तालिक वो तल्ख़…
अरे थू है ऐसे प्यार पर………
प्रस्तुतकर्ता – संदेश महल मुझे पता है? इस लाइन को पढ़कर बहुत सारे लड़के लड़कियां अन्यथा…
सब कुछ भूल के बेइंतहां चाहा है तुम्हें…?
प्रस्तुतकर्ता – संदेश महल सब कुछ भूल के बेइंतहां चाहा है तुम्हें…!! तुम जो भूले तो…!…
मैं एक दम अकेली हूँ? इसकी वजह तुम हो…….?
प्रस्तुतकर्ता – संदेश महल समाचार भावनाएं खत्म हैं अहसास बचे हैं, मैं एक दम अकेली हूँ!…