हिमांशु यादव
फर्रुखाबाद | संदेश महल समाचार
फर्रुखाबाद में शनिवार दोपहर एक दर्दनाक हादसे को हिलाकर रख दिया। सेंट्रल जेल चौराहे के पास स्थित सन लाइब्रेरी सेल्फ स्टडी पॉइंट कोचिंग सेंटर के बाहर अचानक हुए भीषण विस्फोट में दो छात्रों की मौत हो गई, जबकि सात छात्र-छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गए।
विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि आसपास की इमारतों की दीवारें तक हिल गईं और कोचिंग सेंटर की मोटी दीवारों का मलबा 50 मीटर दूर तक बिखर गया। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई और कोचिंग सेंटर का मंजर दिल दहला देने वाला था।
धमाके से मचा हाहाकार
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शनिवार दोपहर करीब तीन बजे के आसपास कोचिंग सेंटर के बाहर जोरदार धमाका हुआ। उस समय अंदर करीब 50 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर रहे थे। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो वहां चारों ओर धुआं और मलबा फैला हुआ था।
घायलों को आनन-फानन में एंबुलेंस के जरिए लोहिया अस्पताल और पास के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मौके से लहूलुहान हालत में एक छात्र आकाश सक्सेना (24) को बाहर पाया गया, जबकि दूसरा छात्र आकाश कश्यप (22) लगभग 50 मीटर दूर एक गड्ढे में मृत अवस्था में मिला। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आकाश कश्यप के शरीर के टुकड़े दूर-दूर तक बिखर गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
एक किलोमीटर तक हिली इमारतें
विस्फोट की गूंज पूरे इलाके में सुनाई दी। आसपास के घरों और दुकानों की खिड़कियों के शीशे टूट गए, दीवारें हिल गईं और कई बाइकें, साइकिलें हवा में उछलकर दूर जा गिरीं।
कोचिंग सेंटर की कंक्रीट स्लैब, लोहे की जालियाँ और फर्नीचर के टुकड़े लगभग 200 मीटर दूर तक फैल गए।
मौके पर आईटीआई और सेंट्रल जेल चौकी पुलिस पहुँची और राहत कार्य शुरू किया गया। पुलिस ने क्षेत्र को तुरंत घेर लिया और घायलों को अस्पताल भेजा।
डीएम-एसपी मौके पर, जांच के आदेश
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) तुरंत अस्पताल पहुँचे और घायलों से बातचीत की। इसके बाद दोनों अधिकारी घटनास्थल पहुंचे और मौके का निरीक्षण किया।
डीएम ने बताया कि प्राथमिक जांच में मीथेन गैस के रिसाव से विस्फोट की संभावना सामने आई है। हालांकि, मौके पर बारूद जैसी गंध मिलने के कारण अवैध पटाखा भंडारण की आशंका को भी नजरअंदाज नहीं किया जा रहा है।
घायलों की स्थिति गंभीर, एक को कानपुर रेफर
इस हादसे में घायल हुए सातनपुर मंडी निवासी विवेक यादव के पुत्र वेदांत (12) को गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया है।
इसके अलावा पीयूष यादव (12), निखिल यादव (9), अंशिका गुप्ता (11), अभय (10), और दो सगे भाई अंशुल यादव (14) व आयुष यादव (13) का इलाज लोहिया व निजी अस्पतालों में चल रहा है।
डॉक्टरों के मुताबिक, कुछ बच्चों के शरीर पर गंभीर जलन और कंक्रीट के टुकड़ों से गहरे जख्म हैं।
लोगों में दहशत, प्रशासन सख्त निगरानी में
विस्फोट की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जुट गए। प्रशासन ने पूरे क्षेत्र को घेराबंदी कर सील कर दिया है और आसपास के सभी कोचिंग सेंटरों व दुकानों की जांच शुरू कर दी गई है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि धमाके के बाद पूरे इलाके में बारूद की गंध फैली हुई थी, जो इस बात की ओर इशारा करती है कि कहीं न कहीं अवैध पटाखा भंडारण किया जा रहा था।
वहीं अधिकारी इसे गैस रिसाव का मामला मानकर जांच आगे बढ़ा रहे हैं।
फॉरेंसिक रिपोर्ट से खुलेगा राज
फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स ने मौके से बारूद, गैस पाइप, और जले हुए टुकड़ों के नमूने एकत्र किए हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि धमाका गैस रिसाव से हुआ या किसी विस्फोटक पदार्थ के कारण।
पुलिस ने दो शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और कहा है कि रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी
फर्रुखाबाद जैसे शांत शहर में इस तरह का हादसा पहली बार सामने आया है। प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए पूरे शहर के कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा जांच कराने के निर्देश जारी किए हैं।