तीन दिन गैरहाजिर रहने पर मास्टर साहब घर पहुंचेंगे, प्रेरणा एप पर दर्ज होगा कारण

बेसिक शिक्षा परिषद ने छात्र उपस्थिति बढ़ाने के लिए शुरू की नई पहल

बाराबंकी संदेश महल समाचार

बेसिक शिक्षा परिषद ने सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाने के लिए नई व्यवस्था लागू की है। अब यदि कोई बच्चा लगातार तीन दिनों तक स्कूल नहीं आता, तो चौथे दिन शिक्षक स्वयं उसके घर जाकर कारण जानेंगे और अनुपस्थिति की जानकारी ‘प्रेरणा एप’ पर दर्ज करेंगे।

जिले में पिछले महीने औसतन 81.48 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई थी। जिले के 2318 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कुल 2,84,637 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं, जिनमें से 2,31,935 बच्चे प्रतिदिन विद्यालय पहुंच रहे हैं।

प्रेरणा एप से हो रही निगरानी

शिक्षा विभाग के ‘प्रेरणा पोर्टल’ पर हर दिन बच्चों की उपस्थिति दर्ज की जाती है। साथ ही मिड-डे मील के दौरान बच्चों की फोटो भी अपलोड की जाती है, ताकि वास्तविक उपस्थिति और भोजन वितरण की पारदर्शिता बनी रहे।

शिक्षा महानिदेशक के निर्देशानुसार अब शिक्षकों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे नियमित रूप से अनुपस्थित रहने वाले बच्चों के घर जाकर उनके अभिभावकों से संवाद करें और उन्हें विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें।

बीएसए बोले — त्योहारों के कारण घटी थी उपस्थिति

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) संतोषदेव पांडेय ने बताया कि,

त्योहारों के कारण कुछ दिनों में उपस्थिति प्रतिशत में कमी आई थी। अब लगातार अभियान चलाकर इसे 90 प्रतिशत से ऊपर लाने का लक्ष्य है।

इन ब्लॉकों में कम, इनकी स्थिति बेहतर

जिले के 15 ब्लॉक और एक नगर क्षेत्र में उपस्थिति प्रतिशत में भिन्नता दर्ज की गई है।

सबसे कम उपस्थिति: बंकी सिटी (74.89%), हरख (77.04%), दरियाबाद (78.04%)

सबसे बेहतर स्थिति: रामनगर, सूरतगंज और त्रिवेदीगंज (लगभग 82%)

शिक्षा विभाग का मानना है कि शिक्षकों की घर-घर संपर्क पहल से न केवल बच्चों की उपस्थिति बढ़ेगी, बल्कि अभिभावकों में भी शिक्षा के प्रति जिम्मेदारी की भावना मजबूत होगी।